इकोग्रीन के कार्य बहिष्कार से स्वच्छता अभियान प्रभावित
लखनऊ :इको ग्रीन कर्मचारियों के पिछले तीन महीने से वेतन नहीं मिलने और कर्मचारियों द्वारा पिछले तीन दिनों से कार्य बहिष्कार किए जाने से जोन 5 नगर निगम लखनऊ की सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। क्षेत्र में लगातार तीन दिनों से कूड़ा न उठने के कारण सरोजनी नगर सेकंड समेत जोन 5 की विभिन्न कालोनियों के निवासियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। लोगों का कहना है कि हम अपने घरों में आखिर कितने दिनों तक कूड़ा संग्रह करते रहें, जबकि मात्र एक से दो दिनों में ही कूड़े के ढेर से गन्दी बदबू आने लगती है। कुछ घरों से बच्चों के डायपर समेत सब्जियों के छिलके, पके हुए अनाज आदि जो मात्र एक ही दिन में काफी गन्दी बदबू देने लगते हैं, जिसे एक से दो दिनों तक रखा जाना संभव ही नहीं है।
आपको यहां बताते चलें कि अभी वर्तमान समय में राजधानी में स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 जारी है और लखनऊ महापौर संयुक्ता भाटिया, नगर आयुक्त समेत लखनऊ के आला अधिकारी लखनऊ को नंबर वन बनाने के लिए दिन रात मेहनत कर रहे हैं तथा इस संबंध में लोगों द्वारा फीडबैक से लेकर क्षेत्र की सफाई व्यवस्था को लेकर पूरी तरह कमर कसे हुए हैं वहीं ऐसे समय में इकोग्रीन के कर्मचारियों द्वारा कार्य बहिष्कार किया जाना आला अधिकारियों की मेहनत का पलीदा निकालने के लिए काफी है। जहां जोन पांच के जोनल अधिकारी सुभाष त्रिपाठी जोन पांच की समस्या को लेकर हमेशा संजीदा रहते हैं तथा सुबह से देर रात तक अपने क्षेत्र में मौजूद रहते हैं वहीं इकोग्रीन कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार इन अधिकारियों के कड़ी मेहनत को असफलता में तब्दील कर दे रहा है। यह भी बताया जाना अत्यंत आवश्यक है कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2019 में भी इको ग्रीन कर्मचारियों ने कार्य का बहिष्कार कर दिया था। जिससे गत वर्ष स्वच्छता रैंकिंग में काफी आगे चल रहा लखनऊ अपने अंतिम समय में काफी पिछड़ गया था। उपरोक्त क्षेत्रीय समस्या को स्वच्छ वातावरण प्रोत्साहन समिति के अध्यक्ष प्रीतम सिंह समेत अशोक ओझा, अभय द्विवेदी, नसीम अली, आदि सदस्यों ने साझा किया। नगर निगम को इको ग्रीन की समस्याओं को जल्द से जल्द सुलझाने के सभी प्रयास करने चाहिए। जिससे स्वच्छता अभियान प्रभावित ना हो तथा कार्य बहिष्कार करने वाले कर्मचारी यथाशीघ्र अपने कार्य पर लौट सकें।